सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

कछुआ और खरगोश - धैर्य की नैतिक हिंदी कहानी

🐢 कछुआ और खरगोश - धैर्य की नैतिक कहानी एक बार की बात है, एक हरे-भरे जंगल में एक फुर्तीला खरगोश और एक शांत-स्वभाव वाला कछुआ रहते थे। खरगोश अपनी तेज़ रफ्तार पर बहुत घमंड करता था और अक्सर दूसरों को अपनी गति दिखाने के लिए चिढ़ाता था। जंगल के जानवर उसके घमंड से परेशान थे। एक दिन, खरगोश ने कछुए का मज़ाक उड़ाते हुए कहा, "अरे कछुए, तुम्हारी तो रफ्तार इतनी धीमी है कि मैं सौ बार चक्कर लगाकर भी लौट आऊं और तुम अभी भी वहीं खड़े रहो।" कछुआ मुस्कुराया और बोला, "तेज़ होना अच्छी बात है, लेकिन निरंतरता और धैर्य ज़्यादा मायने रखते हैं। चलो, अगर तुम्हें यकीन नहीं तो हम दौड़ लगाते हैं।" खरगोश ने हँसते हुए तुरंत चुनौती स्वीकार कर ली। अगले दिन सुबह, जंगल के सभी जानवर मैदान में इकट्ठा हुए। दौड़ का रास्ता लंबा था और बीच-बीच में चढ़ाई, मोड़ और छोटे-छोटे गड्ढे भी थे। जैसे ही दौड़ शुरू हुई, खरगोश बिजली की तरह आगे बढ़ गया। कुछ ही पलों में वह कछुए से बहुत आगे निकल गया। रास्ते में एक ठंडी छाया वाला पेड़ आया। खरगोश ने सोचा, "कछुआ तो बहुत पीछे है, थोड़ी देर आराम कर ले...

ईमानदारी का इनाम - बच्चों की नैतिक कहानी | प्रेरणादायक हिंदी कथा

ईमानदारी का इनाम - बच्चों के लिए नई नैतिक कहानी 🌟 ईमानदारी का इनाम - नैतिक कहानी कहानी: एक सच्चा और ईमानदार बच्चा रवि नाम का एक छोटा लड़का शहर की गलियों में अखबार बेचता था। उसका परिवार बहुत गरीब था — पिता बीमार और मां घरों में काम करती थी। रवि सुबह-सुबह उठकर अखबार बांटता और स्कूल भी जाता। रवि पढ़ने में तेज़ था और उसका सपना था कि वह बड़ा होकर टीचर बने, ताकि दूसरे गरीब बच्चों को मुफ्त में पढ़ा सके। वह बचपन से ही ईमानदार, सच्चा और समझदार था। एक दिन दोपहर में रवि स्कूल से लौट रहा था, तभी रास्ते में उसे एक काले रंग का पर्स दिखाई दिया। पर्स भारी लग रहा था। उसने उसे उठाया और देखा कि उसमें बहुत सारा नकद पैसा, कुछ कार्ड्स और एक विजिटिंग कार्ड था। रवि ने सोचा, "अगर मैं ये पैसा रख लूं तो मेरे घर की गरीबी कुछ दिनों के लिए दूर हो जाएगी। लेकिन अगर पर्स किसी जरूरतमंद का है, तो उसका क्या होगा?" उसने तुरंत निर्णय लिया और कार्ड पर लिखे पते पर गया। वह पता एक बड़ी कोठी का था। रवि ने दरवाज़ा खटखटाया। एक वृद्ध व्यक्ति ने दरवाज़ा खोला, वह बहुत परेशान दिख रहे थे।...

हाथी और उसके दोस्त – बच्चों के लिए हिंदी नैतिक कहानी

🐘 हाथी और उसके दोस्त | जानवरों की नैतिक हिंदी कहानी | Nanhe Munne Learn 🐘 हाथी और उसके दोस्त – जानवरों की नैतिक हिंदी कहानी एक बार की बात है, एक छोटे से जंगल में एक प्यारा सा हाथी रहता था। वह अकेला था और अपने लिए सच्चे दोस्तों की तलाश में था। वह जंगल में चलता गया और सबसे पहले एक बंदर से मिला। हाथी ने बंदर से पूछा, “क्या तुम मेरे दोस्त बनोगे?” बंदर ने कहा, “तुम बहुत बड़े हो, तुम मेरे साथ पेड़ों पर झूल नहीं सकते, इसलिए हम दोस्त नहीं बन सकते।” हाथी दुखी हो गया और आगे बढ़ गया। फिर वह एक खरगोश से मिला और वही सवाल पूछा। खरगोश ने कहा, “तुम बहुत भारी हो, मेरे बिल में नहीं आ सकते, इसलिए हम दोस्त नहीं बन सकते।” हाथी फिर निराश होकर आगे बढ़ गया। इसके बाद हाथी मेंढक से मिला और दोस्ती का प्रस्ताव रखा। लेकिन मेंढक ने भी इनकार कर दिया। हाथी बहुत उदास हो गया क्योंकि कोई भी उसे दोस्त नहीं मान रहा था। एक दिन जंगल में शिकारियों का हमला हो गया। सभी जानवर डरकर भागने लगे, लेकिन शिकारियों ने कुछ जानवरों को पकड़ लिया। हाथी ने यह देखा और वह दौड़कर शिकारियों की ओर गया। उसने अपनी ल...

सांप और किसान – जानवरों की नैतिक कहानी | Nanhe Munne Learn

सांप और किसान – जानवरों की नैतिक कहानी | Nanhe Munne Learn 🐍 सांप और किसान – जानवरों की नैतिक कहानी 📚 कहानी की शुरुआत एक बार की बात है, एक गांव में एक किसान रहता था। उसका खेत हरे-भरे फसलों से भरा हुआ था। एक दिन वह खेत में काम कर रहा था तभी उसने देखा कि एक सांप भूखा होकर खेत के पास पड़ा है। किसान को उस पर दया आई और उसने दूध लाकर सांप को पिलाया। 🐍 सांप की प्रतिक्रिया सांप ने किसान की दया देखकर उसका धन्यवाद किया और बोला, “तुमने मुझ पर दया की है, मैं अब तुम्हारा मित्र हूँ।” सांप ने किसान को वचन दिया कि वह उसे एक सोने का सिक्का रोज़ देगा। अगले दिन किसान को अपने घर के आंगन में एक सोने का सिक्का मिला। 💰 लालच का परिणाम कुछ दिनों तक किसान को रोज़ एक सिक्का मिलता रहा, लेकिन फिर उसके मन में लालच आ गया। उसने सोचा, “अगर मैं इस सांप को ही मार दूं तो मुझे एक साथ सब सिक्के मिल सकते हैं।” उसने एक दिन सांप पर हमला किया, लेकिन सांप भाग निकला और गुस्से में बोला, “अब तुमने मेरी दया का गलत फायदा उठाया, अब मैं कभी नहीं लौटूंगा।” 📖 नैतिक शिक्षा इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता...

गधा और शेर की खाल - नैतिक कहानी | Kids Moral Story in Hindi

गधा और शेर की खाल - बच्चों की नैतिक कहानी 📚 कहानी की शुरुआत एक घने जंगल के किनारे एक गधा रहता था, जो बहुत ही मेहनती था लेकिन अपने जीवन से संतुष्ट नहीं था। उसे लगता था कि कोई उसकी इज्जत नहीं करता, और सभी जानवर उसका मज़ाक उड़ाते हैं। वह हमेशा सोचता, "काश मैं भी कोई ताकतवर जानवर होता, जिससे सब डरते।" एक दिन जंगल में घूमते हुए उसकी नजर शेर की एक पुरानी खाल पर पड़ी, जो किसी शिकारी ने वहीं छोड़ दी थी। गधे के मन में एक चालाकी भरा विचार आया – "अगर मैं इसे पहन लूं, तो सारे जानवर मुझे शेर समझेंगे और मुझसे डरेंगे!" उसने फौरन वह खाल पहनी और अपने चेहरे को भी छुपा लिया। जैसे ही वह जंगल में निकला, सारे जानवर उसे देखकर डर गए। हिरन, खरगोश, बंदर और यहां तक कि सियार भी उसकी डरावनी चाल देखकर भाग खड़े हुए। गधा बहुत खुश हुआ और गर्व से सोचने लगा, “अब मैं जंगल का राजा बन गया हूँ।” 🐾 दिखावे की दुनिया कुछ दिनों तक वह जंगल में घूमता रहा और सभी जानवर उससे डरते रहे। गधा अब खुद को बहुत समझदार और शक्तिशाली समझने लगा था। वह सोचता, "अब तो मुझे सब मानने लगे ह...

हिंदी वर्णमाला | अ से अनार तक वर्ण चित्रों के साथ - Nanhe Munne Learn

हिंदी वर्णमाला (A-Z) - उच्चारण, चित्र और विवरण सहित हिंदी वर्णमाला सीखना अब और भी आसान और मजेदार है! इस पेज पर बच्चों के लिए हर अक्षर का उच्चारण, सुंदर चित्र और संक्षिप्त विवरण दिया गया है। यह सामग्री माता-पिता और शिक्षकों दोनों के लिए उपयोगी है। 🔤 स्वर (Vowels) अक्षर उच्चारण विवरण अ 'a' अमरूद आ 'aa' आम इ 'i' इमली ई 'ee' ईख उ 'u' उल्लू ऊ 'oo' ऊँट ए 'e' एक ऐ 'ai' ऐनक ओ 'o' ओखली औ 'au' औरत अं 'an' अंगूर अः 'ah' विशेष ध्वनि 🅰 व्यंजन (Consonants) क (ka) - कमल ख (kha) - खरगोश ग (ga) - गमला घ (gha) - घर च (cha) - चम्मच छ (chha) - छाता ज (ja) - जहाज झ (jha) - झील ट (ṭa) - टमाटर ठ (ṭha) - ठेला ड (ḍa) - डमरू ढ (ḍha) - ढोल त (ta) - तकिया थ (tha) - थाली द (da) - दही ध (dha) - धनुष न (na) - नाव प (pa) - पतंग फ (pha) - फूल ब (ba) - बंदर भ (bha) - भालू म (ma) - मछली य (ya) - यज्ञ र (ra) - रस्सी ल (la...

3 प्यारी हिंदी कविताएं बच्चों के लिए – सेब खाओ ताजे, चिड़िया रानी, हाथी दादा | Nanhe Munne Learn

🌟 नन्हे मुन्नों के लिए प्यारी हिंदी कविताएं बच्चों को अच्छी आदतें और संस्कार सिखाने के लिए हिंदी कविताएं सबसे अच्छा माध्यम हैं। नीचे तीन सुंदर, लंबी और शिक्षाप्रद कविताएं दी गई हैं जो बच्चों को प्रेरित करेंगी। 🍎 कविता 1 – सेब खाओ ताजे सेब खाओ ताजे ताजे, रखो तन-मन को तुम साजे। रोज़ सुबह फल खाना सीखो, मम्मी-पापा की बातों को मानो। हरी सब्ज़ी, दूध पियो तुम, चिप्स, चॉकलेट थोड़ा ही चुन। दांत साफ़ करो हर दिन, हाथ धोओ, रखो स्वच्छ तन। स्कूल समय पे जाना प्यारा, और न कहना कोई बहाना बेमतलब का। सेहत बनाओ अपनी रोज़, सेब और दूध से रहो तेज़। 🐦 कविता 2 – चिड़िया रानी चिड़िया रानी आई आज, लायी साथ में मीठा अनाज। बोली बच्चों खेलो तुम, पर कभी न करना ग़लत काम। सूरज उगे तो जागो तुम, मम्मी-पापा की बात मानो तुम। झूठ न बोलो, लड़ो न कभी, सबको प्यार दो, यही सही। पंख फैलाओ जैसे मैं, उड़ो ऊँचाई तक हर दिन। पर अपने घोंसले को न भूलो, परिवार से प्यार हमेशा रखो। ...